Explanation : अमृतलाल नागर ने सेठ बांकेमल, अमृत और विष, बूँद और समुद्र, महाकाल, शतरंज के मोहरे, सुहाग के नूपुर, मानस का हंस आदि अनेक उपन्यासों की रचना की है| 'मानस का हंस एक जीवनीपरक उपन्यास है, जिसमें गोस्वामी तुलसीदास का जीवन वृतांत प्रस्तुत किया गया है'|